तर्पण कॉलम के लिए लेख
मेरे दादा जी स्व. चौधरी मनफूल सिंह मोर (वकील) मेरे जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं। उनका अनुशासन, परिश्रम और नेकदिल स्वभाव हमेशा मुझे सही राह दिखाते हैं। वे हर मुश्किल समय में धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखने की सीख देते थे। दादा जी कहा करते थे कि सच्चाई, ईमानदारी और शिक्षा से ही जीवन में सम्मान और सफलता मिलती है। उनके विचार आज भी हमारे साथ हैं और हमारा परिवार हर कदम पर उन्हीं के बताए रास्ते पर चलने का प्रयास करता है। उनका प्रेम, स्नेह और मार्गदर्शन हमारे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी है, जो हमें आगे बढ़ने की शक्ति देता है।
- जगदीप सिंह मोर, सेक्टर 65 निवासी
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