रिज़ल्ट का बारीकी से विश्लेषण करें छात्र
रिज़ल्ट का बारीकी से विश्लेषण करें छात्र
सी॰बी॰एस॰ई॰ कक्षा 12वीं का परिणाम घोषित हो गया है | ज्यादातर बच्चों ने अच्छे अंक ला कर सफलता प्राप्त की | अब कॉलेज एडमिशन की दौड़ शुरू हो गयी है | सारे बच्चे जल्द से जल्द अच्छे कॉलेज में दाखिला लेना चाहेंगे | एन॰सी॰आर॰ के बच्चों की पहली पसंद दिल्ली यूनिवर्सिटी ही होती है | साल दर साल दिल्ली यूनिवर्सिटी की कट-ऑफ आसमान छूती जा रही है | नार्थ कैंपस के महाविद्यालयों में जगह पाना हर छात्र का सपना होता है | इसी दौड़ के चलते अक्सर बच्चे कोर्स चुनने में गलती कर देते हैं | छात्र अनुभव की कमी के कारण ज्यादातर उन कोर्सेज की तरफ़ चले जाते है जिनमें उनके दोस्त एडमिशन ले रहे होते हैं |
बहुत ज़रूरत है कि छात्र अपने रिजल्ट का बारीकी से विश्लेषण करें एवं जिन विषयों में उनको अच्छी सफलता मिली है उन्हीं विषयों में आगे कि पढ़ाई करें | स्नातक में सही विषयों का चयन ही करियर में सफलता की कुंजी है | छात्र वोकेशनल कोर्सेज भी चुन सकते हैं | भारत सरकार की 'स्किल इंडिया' स्कीम के तहत हरियाणा कौशल यूनिवर्सिटी पलवल ऐसे कोर्सेज को बढ़ावा देती है तथा ये रोज़गार की गारंटी भी देती हैं | ऐसा अक्सर देखा जाता है की बच्चे स्नातक के बाद निराश हो जाते है तथा बाद में सब्जेक्ट बदलते है; तब बहुत कष्ट होता है एवं मानसिक व आर्थिक व्यय भी उठाना पड़ता है | दिल्ली यूनिवर्सिटी के अलावा भी बहुत से अच्छे विश्वविद्यालय है जिनमें उत्कृष्ट कोर्सेज उपलब्ध हैं जैसे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय रोहतक, गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय हिसार, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, इन्द्रप्रथ यूनिवर्सिटी, जामिआ मिलिया यूनिवर्सिटी दिल्ली आदि | एन॰सी॰आर॰ में बहुत सी डीम्ड यूनिवर्सिटी भी हैं जिनमें बहुत से अच्छे कोर्सेज चल रहे हैं | जिन विषयों में अच्छे अंक नहीं आये, जो विषय कठिन लगते थे, अथवा जिन विषयों में इंटरेस्ट नहीं था उन्हें बच्चे आगे ले कर ना चलें | ऐसे विषय चुने जिनमें रूचि हो, ऐसा करने पर पढ़ाई सरल एवं आनंदायक होगी |
कला संकाय के कोर्सेज में बहुत स्कोप है | छात्र नवीन एवं विविध आयामों वाले विषय चुने जैसे मनोविज्ञान, मॉस कम्युनिकेशन (जर्नलिज्म) एवं समाज-शास्त्र | बी.ए. इंग्लिश ऑनर्स जैसे कोर्सेज बहुआयामी हैं, इसके बाद पोस्ट-ग्रेजुएशन में बहुत से विषय चुनने की छूट मिल जाती है एवं नौकरी मिलने के आसार कई गुणा बढ़ जाते हैं |
जिन विद्यार्थियों की कम्पार्टमेंट आयी है, वो निराश न हों | सी.बी.एस.ई. ऐसे विद्यार्थियों को दूसरा मौका देती है | कम्पार्टमेंट की परीक्षा जुलाई में होगी | छात्र इन दिनों को व्यर्थ न करें एवं अपनी गलतियों को सुधारते हुए मेहनत करें | एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढें व अपना साल ख़राब ना होने दें | यूनिवर्सिटी में एडमिशन अगस्त तक चलते हैं, इन बच्चों को भी दाखिला लेने में कोई परेशानी नहीं होगी | फेल विद्यार्थी ओपन स्कूल के माध्यम से अब भी अपनी बारहवीं कर सकते हैं | ऐसा प्रायः देखा गया है कि जो बच्चे किन्हीं कारणों से पढाई में ज्यादा अच्छा नहीं कर सके, वे भी अपनी रूचि के अनुरूप अगर कार्य करें तो भविष्य में सफलता उनके कदम चूम लेती है |
- जगदीप सिंह मोर, शिक्षाविद
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