My Article Write-up in Newspapers for Class X Students - कक्षा दसवीं की परीक्षा का नया स्वरुप



कक्षा दसवीं की परीक्षा का नया स्वरुप

शिक्षा सत्र ज्यों-ज्यों समाप्ति की ओर अग्रसर हो रहा है, वहीँ छात्रों की रातों की नींद भी छिनती जा रही है | यह दो महीने अत्यंत महत्वपूर्ण हैं | जो छात्र इन आखरी दिनों का सदुपयोग कर लेगा वो अंकों की दौड़ में बहुत आगे निकाल जायेगा | एक सामान्य छात्र व एक टॉपर के अंकों का अंतर इन आखिरी के दिनों में की गई मेहनत ही निर्धारित करती है |  जिन विद्यार्थियों का पूरे साल औसत प्रदर्शन भी रहा है वे भी इन दिनों की मेहनत के बल पर मेरिटसूचि में अपना नाम दर्ज करवा सकते है |
सी.बी.एस.ई. ने इस वर्ष से कक्षा दसवीं के परीक्षा स्वरुप में बड़े बदलाव किये हैं | जहाँ पिछले वर्ष तक छात्रों के पास स्कूल में ही परीक्षा (होम बोर्ड) देने का विकल्प था वहीँ इस वर्ष इसे ख़त्म किया गया है | अब सभी विद्यार्थी एक ही परीक्षा का हिस्सा होंगे | सबसे बड़ा बदलाव हुआ है सेमेस्टर सिस्टम का ना रहना, इसी बदलाव ने छात्रों की नींद उड़ा रखी है | पिछले वर्ष तक दसवीं कक्षा की मूल्यांकन पद्दति में जहाँ 40 प्रतिशत तक अंक स्कूल के पास होते थे तथा स्कूल में ही परीक्षा देने का विकल्प खुला होता था, प्रशन पत्र भी स्कूल में ही जांचे जाते थे, इस वर्ष से इसे पुर्णतः ख़त्म कर दिया गया है |जहाँ पिछले वर्ष तक दसवीं कक्षा को दो सेमेस्टर में बांटा गया था व हर सेमेस्टर में आधा पाठ्यक्रम ही आता था, वहीँ इस वर्ष सत्र-अंत परीक्षा में पूरे पाठ्यक्रम का समावेश होगा एवं पूरे सिलेबस के आधार पर प्रशन-पत्र तैयार होगा | यह बदलाव स्कूलों के गले की हड्डी भी बन गया है, पिछले वर्ष तक जहाँ स्कूल भरपूर मात्रा में दस सी.जी.पी.ए. का दम भरते थे, इस वर्ष उनकी भी असल परीक्षा होगी की कौन कितना पानी में है |
नई परीक्षा पद्दति के अनुसार हर विषय के प्रश्न-पत्रों में भी कुछ बदलाव किये गए है | हर विषय का प्रशन पत्र अब 80 अंक का होगा, 20 नंबर स्कूल लगा कर भेजेगा जिसमें ग्रह-परिषाओं के आधार पर 10 अंक, 5 अंक नोटबुक के रख-रखाव व 5 अंक विषय-विकास क्रियाकलाप के आधार पर दिए जायेंगे |  अंग्रेजी विषय प्रशन-पत्र में बड़ा बदलाव यह है की अब ‘पत्र-लेखन’ 8 नंबर का आएगा व लिटरेचर में से एक प्रशन 8 नंबर का पुछा जायेगा | हिन्दी विषय में जहाँ ‘खंड-क’ एवं ‘खंड-ब’ 15 अंक के आयेंगे वहीँ ‘खंड-ग’ एवं ‘खंड-घ’ अब  25 अंक का पुछा जायेगा | गणित विषय में एक अंक वाले 6 सवाल, 2 अंक वाले 6 सवाल, 3 अंक वाले 10 सवाल तथा 4 अंक वाले 8 सवाल पूछे जायेंगे | विज्ञान विषय में पाठ- 5 में बदलाव किये गए हैं, पाठ 13 में इलेक्ट्रिक मोटर टॉपिक का समावेश किया गया है | पहले 20 प्रैक्टिकल थे जो अब 15 ही रह गए हैं | अब विज्ञान में रसायन शास्त्र के 25 अंक, भौतकी के 25 अंक व जीवविज्ञान के 30 अंक के प्रश्न पूछे जायेंगे | सामाजिक विज्ञान विषय में भी बदलाव किये गए हैं – अब इतिहास, नागरिक शास्त्र, अर्थशास्त्र तथा भूगोल सभी के 20 अंक के सवाल पूछे जायेंगे | अब मानचित्र के आधार पर दो सवाल एक-एक अंक के तथा एक सवाल तीन अंक का पुछा जायेगा | भूगोल में पाठ-2 हटा दिया गया है |
छात्र दिए गए बदलावों के अनुसार तैयारी करें एवं इन दिनों का सदुपयोग करें | ट्युशन जाने के बजाये खुद से पढाई करें एवं अपना टाइम-टेबल बनाये | स्कूल के इलावा कम से कम तीन से चार घंटे ज़रूर पढ़ने के लिए बैठें | पाठ्यक्रम में से कुछ भी ना छोड़ कर जाये | केवल अन.सी.ई.आर.टी. की किताबों का अनुसरण करें | प्राइवेट पब्लिशर्स व कुंजियों के चक्कर में ना पड़े | सीबीएसई की वेबसाइट से ले कर सैंपल पपेर्स एवं पुराने प्रश्नपत्र ज़रूर हल करें | गौरतलब रहे की अच्छे स्कूल कक्षा दसवीं के रिजल्ट के आधार पर ही कक्षा ग्यारवीं में विषय चुनने की अनुमति देते हैं | छात्र उज्जवल भविष्य के लिए जी-जान से इन दो महीनों का लाभ उठाएं |

जगदीप सिंह मोर, शिक्षाविद

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