तर्पण - दादा जी से मिली समाज कल्याण की प्रेरणा



मेरे दादा जी स्व.चौधरी मनफूल सिंह मोर इस छेत्र के एक जाने-माने वकील थे। दादा जी ने दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफ़न कॉलेज से पढ़ाई की। वे एक सच्चे कर्म योगी व गांधीवादी थे, उन्होंने अपना पूरा जीवन आर्यसमाज के नियमों एवं आदर्शों पर ही जिया ।

दादा जी ने समाज कल्याण को सदैव प्राथमिकता दी, एवं हमें भी ऐसा ही बनने को प्रेरित किया | अदालत में उन्होंने अनेकों केस बिना शुल्क के लड़े एवं जनमानस को न्याय दिलाया। लोग आज भी उनको याद करते हैं एवं उनकी कमाई हुई प्रतिष्ठा की वजह से ही समाज हमारे परिवार को इज़्ज़त की नज़र से देखता है।

अपने संघर्षों को याद कर वे हमेशा हमसे कहते, "सिर्फ पढ़ाई के द्वारा ही तुम वो सब पा सकते हो जिसकी तुम कल्पना करते हो, कोई और रास्ता नहीं है"। उन्होंने शिक्षा के महत्व को हमेशा सराहा | जीवन के आखिरी क्षण तक वे अनुशासन का पालन करते रहे | उनके द्वारा दिया गया ज्ञान हमेशा हमारा मार्गदर्शन करता रहता है। हमारी सफलता का पूर्ण श्रेय दादा जी के बताए जीवन दर्शन की ही देन है। हमें आज भी लगता है कि दादा जी हमारे ऊपर अपना आशीर्वाद बनाये हुए हैं।


- जगदीप सिंह मोर, शिक्षाविद
 

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