Mile Na Phool To...
मिले न फूल तो काटों से दोस्ती कर ली मिले न फूल तो काटों से दोस्ती कर ली इसी तरह से बसर हम ने ज़िन्दगी कर ली मिले न फूल अब आगे जो भी हो अंजाम देखा जाएगा अब आगे जो भी हो अंजाम देखा जाएगा खुदा तराश लिया और बंदगी कर ली मिले न फूल तो काटों से दोस्ती कर ली नज़र मिली भी न थी और उन को देख लिया नज़र मिली भी न थी और उन को देख लिया जुबान खुली भी न थी और बात भी कर ली वो जिन को प्यार है चांदी से इश्क सोने से वो ही कहेंगे कभी वो ही कहेंगे कभी हम ने ख़ुद खुशी कर ली मिले न फूल तो काटों से दोस्ती कर ली इसी तरह से बसर हम ने ज़िन्दगी कर ली मिले न फूल Penned by Kaifi Azmi, this song from the 1968 movie Anokhi Raat goes much deeper than just being about lost love! Rather than being sad I see this as an expression of rebellious, ‘will do no matter what’ attitude of the poet. Specially the line ‘khuda tarash liya’ which I very pitifully translate into – I sculpted my own god and I now pray to ...